शक्ति और समृद्धि का प्रतीक श्री दुर्गा बीसा यंत्र मां दुर्गा को जल्द प्रसन्न करने के लिए आज ही घर में स्थापित करें शक्तिशाली दुर्गा बीसा यंत्र!
मैना मातु की ह्वै दुलारी। बाम अंग सोहत छवि न्यारी॥
Lord, in the event the ocean was churned plus the deadly poison emerged, out of Your deep compassion for all, You drank the poison and saved the whole world from destruction. Your throat became blue, Consequently You will be called Nilakantha.
Whosoever offers incense, prasad and performs arti to Lord Shiva, with love and devotion, enjoys product joy and spiritual bliss in this globe and hereafter ascends to the abode of Lord Shiva. The poet prays that Lord Shiva removed the struggling of all and grants them Everlasting bliss.
देवन जबहीं जाय पुकारा। तब ही दुख प्रभु आप निवारा॥
अर्थ: पवित्र मन से इस पाठ को करने से भगवान शिव कर्ज में डूबे को भी समृद्ध बना देते हैं। यदि कोई संतान हीन हो तो उसकी इच्छा को भी भगवान शिव का प्रसाद निश्चित रुप से मिलता है। त्रयोदशी (चंद्रमास का तेरहवां दिन त्रयोदशी कहलाता है, हर चंद्रमास में दो त्रयोदशी आती हैं, एक कृष्ण पक्ष में व एक शुक्ल पक्ष में) को पंडित shiv chalisa lyricsl बुलाकर हवन करवाने, ध्यान करने और व्रत रखने से किसी भी प्रकार का कष्ट नहीं रहता।
दुष्ट सकल नित मोहि सतावै। भ्रमत रहौं मोहि चैन न आवै॥
कठिन भक्ति देखी प्रभु शंकर। भये प्रसन्न दिए इच्छित वर॥
नमो नमो जय नमो शिवाय। सुर ब्रह्मादिक पार न पाय॥
सबहिं कृपा कर लीन बचाई ॥ किया तपहिं भागीरथ भारी ।
अर्थ: माता मैनावंती की दुलारी अर्थात माता पार्वती जी आपके बांये अंग में हैं, उनकी छवि भी अलग से मन को हर्षित करती है, तात्पर्य है कि आपकी पत्नी के रुप में माता पार्वती भी पूजनीय हैं। आपके हाथों में त्रिशूल आपकी छवि को और भी आकर्षक बनाता है। आपने हमेशा शत्रुओं का नाश किया है।
त्रयोदशी ब्रत करे हमेशा। तन नहीं ताके रहे कलेशा॥
तुरत षडानन आप पठायउ। लवनिमेष महँ मारि गिरायउ॥
Chanting of Shiva Chalisa is completed with the devotees in order to remember to and obtain the blessings in their beloved deity – Lord Shiva.